भारतीय जनता पार्टी ने दक्षिण भारत से उपराष्ट्रपति उम्मीदवार चुनकर राजनीतिक संतुलन साधने की रणनीति अपनाई है। पार्टी ने तमिलनाडु के ओबीसी समुदाय से आने वाले सीपी राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाया है।
इस फैसले के पीछे भाजपा का उद्देश्य न सिर्फ उत्तर और दक्षिण के बीच संतुलन बनाना है, बल्कि दक्षिण भारत में अपनी पैठ को और मजबूत करना भी है। ओबीसी वोट बैंक को साधने और गठबंधन की एकजुटता बनाए रखने के लिहाज से भी इसे अहम कदम माना जा रहा है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, भाजपा का यह निर्णय आगामी तमिलनाडु विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, जिससे पार्टी को वहां राजनीतिक लाभ मिल सके।