पिथौरागढ़ में “क्वांटम युग का आरंभ: संभावनाएँ और चुनौतियाँ” विषय पर राज्य स्तरीय विज्ञान संगोष्ठी का आयोजन हुआ। इस संगोष्ठी की मेज़बानी द एशियन एकेडेमी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, पिथौरागढ़ ने की। कार्यक्रम में राज्य के 13 जिलों से कुल 26 प्रतिभागियों ने भाग लेकर अपने ज्ञान, शोध और विचार प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम में नगर पालिका की महापौर श्रीमती कल्पना देवलाल मुख्य अतिथि तथा लक्ष्मण सिंह पी० जी० कॉलेज के निदेशक श्री हेमचन्द्र पांडेय विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। दोनों अतिथियों ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में नई संभावनाओं को पहचानना ही भविष्य की चुनौतियों का समाधान है।
संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य प्रतिभागियों में क्वांटम युग की वैज्ञानिक प्रगति, तकनीकी अवसरों और उससे जुड़ी चुनौतियों के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। इस अवसर पर एस०सी०ई०आर०टी० के समन्वयक श्री देवेन्द्र सिंह राणा और जिला समन्वयक डॉ० विकास पन्त ने तेज कंप्यूटिंग, सुरक्षित संचार, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, क्रिप्टोग्राफी, नियामक मुद्दे और रोजगार पर प्रभाव जैसे विषयों पर अपने विचार साझा किए।
निर्णायक मंडल में श्री गौरव कुमार (एन०आई०सी), श्री योगेश कोठारी (एच०ओ०डी०, कम्प्यूटर साइंस) और श्रीमती गरिमा पुनेठा (एच०ओ०डी०, भौतिकी) शामिल रहे।
कार्यक्रम में अनेक शिक्षाविद् और अतिथि उपस्थित रहे, जिनमें राष्ट्रीय शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष श्री प्रवीण सिंह रावत, ब्लॉक समन्वयक श्री भीम सिंह कार्की, डा० सध्या पाल, श्री एम०एस० बोरा, श्रीमती निर्मला कापड़ी, श्री महेश सिंह नेगी, कु० शिवांगी, श्री अंशुल चन्द, कु० शीतल धारियाल, श्री नीरज जोशी, डा० दीपक कापड़ी, श्री दीपक राज जोशी सहित कई विद्वान उपस्थित रहे।
विद्यालय संस्थापक और हिमालयन पीठाधीश्वर स्वामी डा० वीरेन्द्रानंद जी ने आयोजन की सफलता पर शिक्षा विभाग और एस०सी०ई०आर०टी० को बधाई देते हुए कहा कि भविष्य की पीढ़ी को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से तैयार करने के लिए ऐसे आयोजन अत्यंत