सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को मृत्युदंड की प्रक्रिया बदलने से जुड़ी याचिका पर सुनवाई हुई, जिसमें फांसी के बजाय जहर का इंजेक्शन देने की मांग की गई है। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि समस्या यह है कि सरकार इस बदलाव को लेकर तैयार नहीं दिखती। न्यायालय ने टिप्पणी की कि फांसी की सजा एक बहुत पुरानी प्रक्रिया है और समय के साथ चीजें बदल चुकी हैं। याचिकाकर्ता ने दलील दी कि दोषी कैदी को कम से कम यह विकल्प दिया जाना चाहिए कि वह फांसी या इंजेक्शन — किस तरीके से मृत्युदंड चाहता है।
फांसी या इंजेक्शन? मृत्युदंड के तरीके पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई
