उत्तराखंड ने इतिहास, साहित्य, समाज सेवा, खेल और सैन्य परंपरा में अनेक ऐसे व्यक्तित्व दिए हैं, जिनके योगदान को विशेष उपनामों और उपाधियों से सम्मानित किया गया है। ये उपनाम उनके व्यक्तित्व, कार्य और समाज में उनके प्रभाव को दर्शाते हैं। प्रस्तुत हैं कुछ प्रमुख नाम —
उत्तराखंड का वेदव्यास – यशोधर मठपाल
गढ़वाल का जनरल डायर – चक्रधर जुयाल
ब्लैक बेल्ट फर्स्ट डेन – कमला रावत
स्ट्रांग मैन ऑफ इंडिया – फैयाज अहमद अंसारी
चाइना वाल – रामबहादुर क्षेत्री
आयरन बॉल ऑफ इंडिया – त्रिलोक सिंह बसेड़ा
गोल्डन बॉय – जसपाल राणा
गर्वभंजक – माधोसिंह भंडारी / महिपति शाह
वीरचन्द्र सिंह गढ़वाली – चन्द्रसिंह भंडारी
बी.सी. साहब – दरबान सिंह नेगी
गढ़वाल का दानवीर – घनानंद खंडूरी
चिपको वूमन – गौरा देवी
गोरा ब्राह्मण – जिम कॉर्बेट
उत्तराखंड का भगीरथ – पी.बी. काटले
कुमाऊँ का बैरम खां – शिवदत्त जोशी
गढ़वाल का प्रेमचंद – विद्यासागर नौटियाल
गढ़वाल का चंदन / पर्वत पुत्र / धरती पुत्र / हिम पुत्र – हेमवंती नंदन बहुगुणा
रायबहादुर – किशन सिंह
मौलिक पंडित – नैन सिंह रावत
गढ़वाल का राणा प्रताप – कफ्फू चौहान
मशरूम गर्ल – दिव्या रावत
कुमाऊँ का गांधी – देवकीनंदन पांडे
कथाशिल्पी साहित्यकार – शैलेश मटियानी
टिंचरी माई / इच्छागिरी – ठगुली देवी
सरला बहन – मिस कैथरीन हाइलामाइन
गढ़वाल की झांसी की रानी – तीलू रौतेली
गढ़वाल की नाक कटनी रानी – रानी कर्णावती
कुमाऊँ की लक्ष्मीबाई / पिंगला (प्यौंला) – जियारानी
कंपेनियन ऑफ इंडियन एम्पायर – पं. नैनसिंह रावत
श्रीमान – मोहनलाल मेहता
ढोल सागर के ज्ञाता – उत्तम दास
मैती आंदोलन के प्रवर्तक – कल्याण सिंह रावत
उत्तराखंड का वृक्षमानव – विश्वेश्वर दत्त सकलानी
पहाड़ का गांधी – जसवंत सिंह बिष्ट
अंग्रेज संत – माधव आशीष
जयानंद आर्य पथिक – जयानंद भारती
गढ़वाल का हातिमताई – कुंवर सिंह नेगी
भाबर का विश्वकर्मा / किंग ऑफ कुमाऊँ – हेनरी रैम्जे
अल्मोड़ा की बेटी – आइरीन पंत
इनसाइक्लोपीडिया ऑफ उत्तराखंड / चारण उपाधि – शिवप्रसाद डबराल
गोसाई दत्त (गुंसै) / प्रकृति प्रेमी कवि – सुमित्रानंदन पंत
दैवेज्ञ – मुकुंद राम बड़थ्वाल
लोकनाथ / लोकरत्न पंत – गुमानी कवि
कुमाऊँ का चाणक्य / अलवारिक – हर्षदेव जोशी
विकास पुरुष – नारायण दत्त तिवारी
आजाद – श्रीधर किमोठी
एवरेस्ट ट्विन्स – ताशी और नुंग्शी मलिक
रायबहादुर (दूसरी बार) – सोबन सिंह जीना
देहरादून का सुल्तान – महावीर त्यागी
गढ़केसरी – अनुसुईया प्रसाद बहुगुणा
काली कुमाऊँ का शेर – हर्षदेव औली
कुर्माचल केसरी – बद्रीदत्त पांडे
गिर्दा – गिरीश तिवारी
गौर्दा – गौरीदत्त पांडे
उत्तराखंड एक्सप्रेस – सुरेन्द्र सिंह भंडारी
गढ़वाली – बच्चूलाल भट्ट
धर्माधिकारी – महिघर शर्मा डंगवाल
विश्वरत्न – डॉ. शशिधर शर्मा
दद्दा – चन्द्र सिंह राणा
नशामुक्ति उपनाम – पीताम्बर अवस्थी
उत्तराखंड का चाणक्य – पुरिया नैथानी
गढ़वाल का भीष्म पितामह / गढ़वाल जनजागरण का पितामह / गढ़वाल का महर्षि – तारादत्त गैरोला
फ्रेडरिक विल्सन – पहाड़ी विल्सन
कुमाऊँ का कुम्भकर्ण – कल्याण चंद
उत्तराखंड का टॉयलेट मैन – रमेश भटेजा
उत्तराखंड के महान सपूतों की पहचान और योगदान का प्रतीक है, जिन्होंने अपने कार्यों से इस देवभूमि को गौरवान्वित किया।