हेमकुंड साहिब में बर्फ और धूप का अद्भुतसंगम, स्वर्ग सा सजा पवित्र धाम

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विश्व के सबसे ऊंचे गुरुद्वारों में शुमार गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब ने आज प्रकृति की अनुपम छटा ओढ़ ली है। तीन दिनों की लगातार बर्फबारी के बाद गुरुवार को जैसे ही धूप निकली, 15,210 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह पवित्र स्थल स्वर्ग सा जगमगा उठा। गुरुद्वारा परिसर, पवित्र सरोवर और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर बर्फ की मोटी चादर में ढके हुए हैं, जिन पर पड़ती धूप की किरणें चांदी-सी चमक बिखेर रही हैं। मानो कपाट बंद होने से पहले प्रकृति ने हेमकुंड साहिब को अपने सबसे खूबसूरत रूप में सजाया हो।

हिमालय की गोद में बसा यह आध्यात्मिक स्थल वर्ष के आठ महीने बर्फ से ढका रहता है, लेकिन आज धूप और बर्फ के अनोखे संगम ने इसकी सुंदरता को और भी अलौकिक बना दिया। सूरज की किरणें जब बर्फ पर पड़ीं तो ऐसा लगा जैसे हजारों हीरे एक साथ झिलमिला उठे हों। पवित्र सरोवर और लक्ष्मण मंदिर का परिसर इस दृश्य में किसी स्वप्नलोक जैसा प्रतीत हो रहा है।

उल्लेखनीय है कि 10 अक्टूबर को हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा और लोकपाल लक्ष्मण मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे। यह पवित्र धाम साल में केवल चार महीने ही श्रद्धालुओं के लिए खुला रहता है। कपाट बंद होने से पहले हुई यह बर्फबारी और उजली धूप का संगम न केवल आंखों को सुकून देता है, बल्कि आत्मा को भी दिव्यता से भर देता है। हेमकुंड साहिब का यह दिव्य रूप हर श्रद्धालु के लिए अविस्मरणीय बन गया है।