भारत-चीन सीमा के 52 गांवों को मिलेगी 24घंटे बिजली, राष्ट्रीय ग्रिड से जोड़े जाएंगे गांव

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पिथौरागढ़ जनपद के भारत-चीन सीमा से लगे 52 गांवों की वर्षों पुरानी बिजली समस्या अब जल्द समाप्त होने जा रही है। अभी तक सोलर पैनलों और सूक्ष्म परियोजनाओं के सहारे बिजली पाने वाले इन गांवों को अब राष्ट्रीय ग्रिड से जोड़ा जाएगा।

उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPCL) के रुड़्रपुर ज़ोन के मुख्य अभियंता नरेंद्र सिंह टोलिया ने बताया कि सरकार ने ₹131.47 करोड़ की परियोजना को मंजूरी दे दी है, जिससे दारमा, जोहार और व्यांस घाटी के कुल 52 गांवों को राष्ट्रीय ग्रिड से जोड़ा जाएगा। परियोजना की निविदा प्रक्रिया पूरी कर ली गई है और अगले 18 महीनों में कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।

इस परियोजना से सीमा पर तैनात सुरक्षा बलों के साथ-साथ दारमा घाटी के 20 गांवों, व्यांस के 18 गांवों और जोहार घाटी के 14 गांवों को 24 घंटे बिजली मिल सकेगी। इसके अलावा, यह परियोजना आदि कैलाश (व्यांस घाटी), पंचाचूली बेस (दारमा) और मिलम ग्लेशियर (जोहार) जैसे पर्यटन स्थलों की यात्रा को भी सुविधाजनक बनाएगी।

UPCL के अधिकारियों ने बताया कि अक्टूबर 2023 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की व्यांस घाटी स्थित आदि कैलाश यात्रा के बाद से इस क्षेत्र में विकास कार्यों को गति मिली है। अब यह पहल स्थानीय ग्रामीणों और सुरक्षा बलों दोनों के लिए बड़ी राहत लेकर आएगी।